दिग्गी राजा, इतना गिरोगे..?

  • प्रशांत पोळ

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का ‘नक्सल प्रेम’ नया नहीं हैं. और न ही यह अभी सामने आया हैं.

जिस ‘रोना विल्सन’ के लैपटॉप के हार्डडिस्क में दिग्विजय सिंह का मोबाईल नंबर मिला हैं, वो रोना विल्सन कौन हैं..?

अटल जी की सरकार के समय, सन २००१ में संसद पर कातिलाना आतंकवादी हमला हुआ था. उस हमले का मास्टर माइंड था, ‘अफजल गुरु’. उस अफजल गुरु का ख़ास मित्र था, एस ए आर गीलानी. इस गीलानी को जेल से छुडाने के लिए, इस रोना विल्सन ने आसमान सर पर उठा लिया था. मूलतः केरल का रोना विल्सन, जे एन यु में पढ़ा हैं, और अतिवादी कम्युनिस्ट पार्टी, अर्थात ‘कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ़ इंडिया – माओइस्ट’ का कार्यकर्ता हैं.

इस रोना विल्सन के लैपटॉप में वांटेड नक्सली नेता, मिलिंद तेलतुन्बड़े का पत्र मिला हैं. इस पत्र में वो लिखता हैं, ‘कई कांग्रेसी नेता हमारी मदत को तैयार हैं.’ इस आधार पर जब पुलिस ने गिरफ्तार किये गए माओवादी (अर्बन नक्सल) नेता, प्रकाश अर्थात रितुपन गोस्वामी और सुरेन्द्र गाडलिंग के मोबाईल नंबर के रिकॉर्ड की जांच की, तो पाया की इन नंबरों से एक ‘विशेष’ नंबर पर कई बार बातचीत हुई हैं. यह ‘विशेष’ नंबर दिग्विजय सिंह का निकला, जो कांग्रेस की वेब साईट पर भी मौजूद था. आज दिग्विजय सिंह ने भी उस नंबर को नकारा नहीं हैं. वे नकार भी नहीं सकते. यह उन्हीका नंबर हैं, यह दुनिया जानती हैं..!

अर्थात बात बिलकुल साफ़ हैं... हमारे दिग्गी राजा इस अतिवादी, आतंकवादी नक्सलियों के संपर्क में थे...!

दिग्विजय सिंह का नक्सली प्रेम छुपता भी नहीं हैं. भाजपा को हराने के लिए किसी भी हद तक जाने के लिए, दिग्गी राजा जाने जाते हैं. याद कीजिये, कुछ वर्ष पहले, असम चुनाव को जितने के लिए इन्ही दिग्गी राजा ने पत्रकार परिषद् में तय कर के ओसामा बिन लादेन को ‘ओसामा जी’ और ‘लादेन जी’ कहा था.


दिसंबर २०१४ के झारखंड चुनाव में प्रचार करते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा था, “भाजपा को हराने के लिए नक्सली, कांग्रेस का साथ दे.” उन्होंने नक्सलियों को कांग्रेस में शामिल होने का न्यौता भी दिया था.

मई २०१३ में दिग्विजय सिंह ने कहा था, ‘नक्सली आतंकी नहीं, भ्रमित हैं..’

२५ सितंबर, २०१७ को कॉमरेड प्रकाश की ओर से कॉमरेड सुरेन्द्र को भेजे गए पत्र में लिखा हैं, “कांग्रेस नेता इस पूरी योजना में हमारा साथ निभाने उत्सुक हैं और वे आने वाले आंदोलनों के लिए, जब भी जरूरत पड़ेगी, हमें फंड करने को तैयार हैं. इस बारे में आप हमारे दोस्त से 99102..... पर संपर्क कर सकते हैं.” यही नंबर दिग्विजय सिंह का हैं..!

इसकी गंभीरता समझ रहे हैं हम..? इस प्रदेश का दो बार मुख्यमंत्री रहा व्यक्ति, सत्ता पाने के लिए, देश को तोड़ने वाले लोगो की मदद के लिए तैयार हैं...! देश के टुकडे टुकडे करने वाले लोगों के साथ मिल कर लोकतंत्र की हत्या करने की सोचता हैं..!

सोचिये.. यह झलक मात्र हैं.!

कांग्रेस के हाथों सत्ता देने का अर्थ समझ रहे हैं ना आप..?

  • प्रशांत पोळ