Prashant Pole

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बंटवारे का दर्द / १
India

बंटवारे का दर्द / १

बंटवारे का दर्द बहुत तीखा होता हैं. एक करोड़ से ज्यादा भारतीयों ने इस दर्द को झेला हैं. लगभग बीस लाख हिन्दू – सिक्ख इस बंटवारे के कारण मारे गए हैं. लाखों माता – बहनों की इज्जत के साथ खिलवाड़ हुई हैं. अनेक घर – बार, आशियाने उजड़ गए हैं.

हिंदुत्व / २  : संगठित हिन्दू समाज
Hindu

हिंदुत्व / २ : संगठित हिन्दू समाज

कल हमने ‘हिन्दू’ इस शब्द की व्याख्या करने का प्रयास किया. किन्तु मन में प्रश्न यह उठता हैं, कि यह हिन्दू समाज कभी ‘समाज’ के रूप में भी था..? संगठित था..?

हिंदुत्व / १ : हम हिन्दू किसे कहेंगे..?
Hindu

हिंदुत्व / १ : हम हिन्दू किसे कहेंगे..?

हम हिन्दू किसे कहेंगे..? जो गीता जानता हो, रामायण – महाभारत जानता हो, वह..? तो फिर ऐसे अनेक हैं, जो ना तो गीता जानते हैं, और ना ही रामायण – महाभारत. फिर भी वह हिन्दू हैं..!

क्या हो गया हैं, जबलपुर की प्रबुद्धता को..?
Jabalpur

क्या हो गया हैं, जबलपुर की प्रबुद्धता को..?

आज प्रातः, जब जबलपुर नींद की आगोश से बाहर आ रहा था, नर्मदा माई के भक्त, ग्वारीघाट में स्नान के लिए जा रहे थे, तब ग्वारीघाट के झंडा चौक पर बवाल मचा हुआ था. उस चौक से, ग्वारिघाट पुलिस थाने तक पथराव हो रहा था. पुलिस के वाहनों को आग लगाई जा रही थी.

मेरा बुखार...!
Fever

मेरा बुखार...!

शनिवार, दिनांक ८ सितंबर को मुझे पुणे से डोंबिवली जाना था. पिछली रात से शरीर में बुखार था, साथ में खांसी भी. बिटिया मना कर रही थी. मेरा भी मन कर गया एक बार, की नहीं जाऊ. किन्तु जाना आवश्यक था. हिम्मत की. प्रातः साढ़े चार बजे उठकर मैं डोंबिवली गया.

वेगड़ जी का जाना...
Amritlal vegad

वेगड़ जी का जाना...

छह जुलाई का दिन बड़ा त्रासदी भरा रहा. दोपहर को वेगड़ जी के जाने का समाचार मिला, और कुछ ही घंटो बाद फोन आया की मेरे बड़े जीजाजी नहीं रहे..! एक ही दिन दो जबरदस्त आघात...

अपनी भाषा
Apni bhasha

अपनी भाषा

यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण हैं की संपन्न और समृध्द भाषाओँ का देश होने के बाद भी हमारे देश में अंग्रेजी का न केवल चलन-वलन हैं, अपितु अंग्रेजी यह संभ्रांत लोगोंकी भाषा मानी जाती हैं. यदि आप अंग्रेजी में बात करते हैं, तो ही आप बुध्दिजीवी, विद्वान, आधुनिक, कलाप्रेमी इत्यादि हैं, ऐसा माना जाता हैं.

त्रिपुरा का चमत्कार
Tripura

त्रिपुरा का चमत्कार

त्रिपुरा विजय का महत्व इसलिए भी सामने आता हैं की पिछले लोकसभा चुनाव में सारे देश में मोदी लहर होने के बावजूद भी त्रिपुरा की दोनों सीटों पर भाजपा की जमानत भी जप्त हो गयी थी..! ऐसे त्रिपुरा में भाजपा का संपूर्ण बहुमत प्राप्त कर लेना, किसी चमत्कार से कम नहीं हैं.

माधव हेयर कटिंग सैलून
Prashant Pole

माधव हेयर कटिंग सैलून

बचपन में, महीने के पहले रविवार को बाल काटने के लिए सैलून में जाना अनिवार्य होता था. बचपन की यादों में इस कटिंग का अहम स्थान हैं. और अहम स्थान हैं, ‘माधव हेयर कटिंग सैलून का.

मातृभाषा दिवस
Mother Toungue

मातृभाषा दिवस

अभी कुछ दिनों पहले मैंने फेसबुक पर एक प्रश्न डाला था – ‘मेरे दोनों बच्चे हिंदी माध्यम में पढ़े. आपके..?’ मुझे प्रसन्नता हुई, की अनेक मित्रों के बच्चे मातृभाषा में पढ़े हैं, या पढ़ रहे हैं.

गुजरात चुनावों के प्रसंगवश – ३
Gujraat

गुजरात चुनावों के प्रसंगवश – ३

गुजरात की १८२ विधानसभा सीटों में ५५ सीटें शहरी परिवेश में तथा १२७ सीटें ग्रामीण क्षेत्र में हैं. इन ५५ शहरी विधानसभा क्षेत्रों में से इस बार भाजपा को मिली हैं ४४ सीटें. सन २०१२ के चुनावों में यही संख्या ४८ थी. ग्रामीण क्षेत्र में १२७ में से भाजपा को मिली ५५ सीटें तो कांग्रेस की संख्या रही ६८.

गुजरात चुनावों के प्रसंगवश – १
Gujraat

गुजरात चुनावों के प्रसंगवश – १

गुजरात के परिणाम भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व की कल्पना से कुछ ही कम रहे. सार्वजानिक रूप से कुछ भी कहे, तो भी सौ से एक सौ दस की अपेक्षा थी. उस संख्या तक पहुचने में थोड़ी सी चूक हो गयी. व्हाट्सअप पर घुमने वाला एक व्यंग बड़ा सटीक था –

जबलपुर – भेडाघाट
Jabalpur

जबलपुर – भेडाघाट

उद्गम से लेकर सागर समागम तक नर्मदा का जो तेज, जो सौंदर्य, जो अठखेलियाँ और जो अदाएँ दिखाई देती हैं वे जबलपुर के अलावा अन्यत्र दुर्लभ हैं। प्रकृति ने तो इस क्षेत्र में नर्मदा को अतुलित सौंदर्य प्रदान किया ही हैं, स्वयं नर्मदा ने भी अपने हठ और तप से अपने सौंदर्य में वृद्धि इसी क्षेत्र में की है।

साहित्य विमर्श / ‘द ब्लड टेलीग्राम’
The blood telegram

साहित्य विमर्श / ‘द ब्लड टेलीग्राम’

सन १९७१ का बंगला देश का युध्द यह भारतीय उप महाद्वीप की अत्यंत महत्वपूर्ण घटना थी. इस युध्द ने न केवल इस उपमहाद्वीप का इतिहास और भूगोल बदल दिया, वरन भारत के सैन्य शक्ति की धाक अमरीका में भी जमा दी थी. निक्सन और किसिंजर को चिढाते हुए भारत ने पाकिस्तान को धुल चटा दी थी.

प्रसंगवश - मोदी जी की इजराइल यात्रा
Modi hai to mumkin hai

प्रसंगवश - मोदी जी की इजराइल यात्रा

मैं तीन बार इजराइल गया हूँ. तीनों बार अलग अलग रास्तों से. पहली बार लंदन से गया था. दूसरी बार पेरिस से. लेकिन तीसरी बार मुझे जाने का अवसर मिला, पडौसी राष्ट्र जॉर्डन से.