- प्रशांत पोल

आज ब्रुसेल्स में हुए बम विस्फोटों के बाद, बेल्जियम के प्रधानमंत्री की त्वरित टिप्पणी बड़ी सटीक थी – ‘What we feared, has happend.’ अर्थात ‘हमे जिसका डर था, वो तो हो चुका हैं.’

इसका दुसरा अर्थ हैं, ये होगा ऐसा अंदाज बेल्जियम को जरुर था.

चार दिन पहले ब्रुसेल्स में ‘नवंबर के पेरिस हमले के संभावित आतंकवादी – अब्दे सलाम’ को पकड़ा गया था तभी से ब्रुसेल्स प्रशासन को  यह आशंका थी की कुछ आतंकवादी घटनाएं निश्चित होंगी. इसी के मद्देनजर रास्तों और सार्वजनिक स्थानों पर चौकसी थी. लेकिन कही सुरक्षा में चूक हुई ऐसा लगता हैं. इस्लामी आतंकवादीयों के दुश्मन अमरीका और यूरोप हैं. इसलिए आतंकवादियों ने चुना, युरोपियन महासंघ का मुख्यालय – ब्रुसेल्स..!


इस मुख्यालय भवन के कुछ ही  दुरी पर स्थित ब्रुसेल्स हवाईअड्डे पर पहला विस्फोट किया गया. डिपार्चर लाउंज में ‘अमेरिकन एयरलाइन्स’ के काउंटर पर. दुसरा विस्फोट हुआ, अमरीका की पहचान बन चुकी ‘स्टारबक’ कॉफ़ी के काउंटर पर. इन दो भयानक विस्फोटों में ११ लोग मारे गए.

तीसरा विस्फोट अंडरग्राउंड मेट्रो रेल में हुआ. इसमें १६ लोग मारे गए. अनेक जखमी हुए.

इन विस्फोटों पर संपूर्ण युरोपियन महासंघ में कड़ी प्रतिक्रिया हुई हैं. यह घटना पूरे यूरोप में इस्लाम के खिलाफ यूरोप के सभी देशों का ध्रुवीकरण करेगी ऐसे संकेत मिल रहे हैं.

अगर यह ध्रुवीकरण रोकना हैं, तो तमाम इस्लामी मतावलंबियों ने अत्यंत कड़े स्वर में ऐसी सभी हिंसा की तीव्र निंदा  करनी चाहिए..!!

- प्रशांत पोल