११९० व्दिपों का और मात्र साढ़े चार लाख जनसंख्या का मालदीव्स यह आशिया का सबसे छोटा देश हैं. चारो तरफ से समुद्र से घिरा होने के कारण यह देश लगभग समुद्र सतह पर ही हैं. सन २००४ की सुनामी ने इस व्दीप को तबाह कर दिया था. ऐसा माना जाता हैं की वातावरण में बढ़ते तापमान के कारण समुद्र की सतह ऊपर उठ रही हैं. ग्लोबल वार्मिंग के इस सिध्दांत के अनुसार सन २०४० तक मालदीव्स समंदर में समा जायेगा – मात्र ९ द्वीपों को छोड़कर..!

और उन ९ द्वीपों में एक हैं – मारावो द्वीप.

और इस मारावो द्वीप को चीन ने ९९ वर्ष के लीज पर लिया हैं..!

इस द्वीप में चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी नेवी (PLAN) का सैनिकी अड्डा हैं. अत्यंत सोच समझकर चीन ने इस द्वीप का चयन किया हैं. चीन के ‘मोतियों की माला’ इस सिध्दांत के अनुसार यह द्वीप, सामरिक महत्व का मोती हैं.

अर्थात भारत का पश्चिमी सागर किनारा, जो पहले बहुत कुछ सुरक्षित लग रहा था, ऐसा अब नहीं रहा हैं. पश्चिम – उत्तर में पाकिस्तान के ‘ग्वादर’ में चीन की मजबूत उपस्थिति हैं. पश्चिम में (दक्षिणी छोर के पास), मालदीव्स के इस मारावो द्वीप पर चीन के नौदल की नियुक्ति और सबमरीन को इंधन आपूर्ति का केंद्र बन गया हैं. और भारत के दक्षिणी छोर पर तो हंबन्टोटा में चीनी सेना की दमदार उपस्थिति हैं ही. अर्थात पूरे दक्षिण - पश्चिम समुद्री क्षेत्र में चीन ने पुख्ता नाकेबंदी कर रखी हैं.

पश्चिम के साथ, भारत का पूर्वी समुद्री भाग भी चीन ने छोड़ा नहीं हैं. वहां उसने पकड़ा हैं, बंगला देश को.

बंगला देश के दक्षिण – पूर्वी भाग में एक अत्यंत सुन्दर शहर हैं – कॉक्स बाजार. अठारवी शताब्दी के अंत में, ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी जब बंगाल पर अपना कब्जा जमा रही थी, तब हिरम कॉक्स नाम के अंग्रेज अफसर ने बंगाल के चिटगांव क्षेत्र में खासा नाम कमाया था. उसी के नाम पर, समंदर के किनारे बसा हैं, यह कॉक्स बाजार. चिटगांव से मात्र डेढ़ सौ किलोमीटर दूर.

इस खुबसूरत कॉक्स बाजार से कुछ ही दूरी पर एक छोटासा द्वीप हैं – सोनाडिया द्वीप. इस द्वीप की खासियत यह हैं, की यहां समंदर की गहराई अच्छी हैं. अर्थात बड़े जहाज यहां अन्दर तक आ सकते हैं.

इस सोनाडिया द्वीप को चीन ने अपने नौसैनिक अड्डे के लिए चुना हैं. चीन यहां बहुत बड़ा निवेश कर रहा हैं. मात्र ९ वर्ग किलोमीटर के इस द्वीप को, चीन ने अपने अत्याधुनिक सैनिक अड्डे में बदल दिया हैं. चीन के PLAN (People’s Liberation Army Navy) का यह महत्वपूर्ण स्थान हैं.

इस स्थान से चीन एक बहुत बड़े क्षेत्र की निगरानी कर रहा हैं, जिसमे भारत, बंगला देश, मियामार (बर्मा), और थायलंड शामिल हैं.

भारत के पश्चिम, दक्षिण और पूर्व, ऐसी तीनो जगह पर, समंदर में चीन की आधुनिक शास्त्रों से सुसज्जित सेना, चौबीसों घंटे, तीन सौ पैंसठ दिन, खडी हैं.

चीन हमें घेरने की पूरी कोशिश कर रहा हैं..!!

- प्रशांत पोल