Hindu Mandir हिंदुत्व / ४ : समरस हिन्दू आज के हिन्दू समाज में अनेक विषमताएं हैं. जाती – पाती, उच्च – नीच, वर्ण आदि अनेक ऐसे मुद्दे हैं, जिन पर अनेकों बार समाज बटा हुआ सा लगता हैं.
Hindu Dharm हिंदुत्व / ३ : सामर्थ्यशाली हिन्दू हां. आज से दो हजार – तीन हजार वर्ष पहले, हिन्दू संगठित थे, समरस थे. और इसीलिए अत्यधिक सामर्थ्यशाली थे.
Hindu हिंदुत्व / २ : संगठित हिन्दू समाज कल हमने ‘हिन्दू’ इस शब्द की व्याख्या करने का प्रयास किया. किन्तु मन में प्रश्न यह उठता हैं, कि यह हिन्दू समाज कभी ‘समाज’ के रूप में भी था..? संगठित था..?
दैनिक भास्कर आज मुस्लिम समुदाय के ‘ईद’ के पवित्र दिवस पर ‘दैनिक भास्कर’ किया भद्दा मजाक..! ‘दैनिक भास्कर’ के सभी एडिशंस के पहले पृष्ठ पर सबसे ऊपर समाचार हैं, ‘सद्भाव और समानता की एक तस्वीर’.