India बंटवारे का दर्द / १ बंटवारे का दर्द बहुत तीखा होता हैं. एक करोड़ से ज्यादा भारतीयों ने इस दर्द को झेला हैं. लगभग बीस लाख हिन्दू – सिक्ख इस बंटवारे के कारण मारे गए हैं. लाखों माता – बहनों की इज्जत के साथ खिलवाड़ हुई हैं. अनेक घर – बार, आशियाने उजड़ गए हैं.
The blood telegram साहित्य विमर्श / ‘द ब्लड टेलीग्राम’ सन १९७१ का बंगला देश का युध्द यह भारतीय उप महाद्वीप की अत्यंत महत्वपूर्ण घटना थी. इस युध्द ने न केवल इस उपमहाद्वीप का इतिहास और भूगोल बदल दिया, वरन भारत के सैन्य शक्ति की धाक अमरीका में भी जमा दी थी. निक्सन और किसिंजर को चिढाते हुए भारत ने पाकिस्तान को धुल चटा दी थी.
Indian Politics बंटवारे का दर्द / ४ देश का अर्थ मात्र जमीन का टुकडा नहीं होता... वह तो जिवंत राष्ट्रपुरुष होता हैं... ऐसे राष्ट्रपुरुष के अंग मानो काट लिए गए..!
1947 बंटवारे का दर्द / ३ मुस्लिम लीग पाकिस्तान की मांग कर रही थी. प्रारंभ में तो कांग्रेस भी बंटवारे के विरोध में थी. गाँधीजी ने ऐतिहासिक भाषण दिया था, जिसमे उन्होने कहा था की, ‘पहले मेरे शरीर के टुकडे होंगे, फिर इस देश का विभाजन होगा..!’
India Pakistan बंटवारे का दर्द / २ ‘डायरेक्ट एक्शन’ का डर...! - प्रशांत पोल हमारे देश में जब १८५७ का स्वातंत्र्य युध्द