बापूजी बापूजी नहीं रहे..! मोबाईल खोला तो पता चला, ‘श्रध्देय चंद्रशेखर अर्थात बापूजी गुप्ते नहीं रहे.”
Lokmanthan लोकमंथन – देशज विचारों का बुलंद आवाज ‘लोकमंथन’ संपन्न हो कर लगभग दो सप्ताह का समय बीत गया हैं. लेकिन उसका प्रभाव आज भी मन-मष्तिष्क पर छाया हैं.
RSS ‘मार्क्सवादी हिंसाचार के विरोध में संघ का आवाहन’ विचारों के धरातल पर आज मार्क्सवाद, साम्यवाद धराशाई हो रहा हैं. जमीनी कार्य के मापदंड पर भी मार्क्सवाद पराभूत हो रहा हैं. पुरानी पीढ़ी के साम्यवादियों के बच्चे संघ की शाखाओं में नियमित उपस्थिति दे रहे हैं. नई पीढ़ी, संघ के राष्ट्रवादी विचारों से प्रेरित हैं.
RSS ‘वर्तमान वैश्विक संकट का समाधान’ ‘वर्तमान वैश्विक संकट काराष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के ‘अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल’ की बैठक भाग्यनगर (हैदराबाद) में चल रही हैं. आज इस बैठक में दो प्रस्ताव पारित किये गए. इनमे से एक स्व. दीनदयाल जी के ‘एकात्म मानव दर्शन’ पर हैं. समाधान’
Baihar बैहर का कलंक बैहर के थाना इन्स्पेक्टर (टी आई) श्रीमान जिया उल हक़, अपने कुछ साथियों के साथ दनदनाते अंदर चले आएं... सुरेश यादव जी को उन्होंने पकड़ा.. गाली गलौच की और बेदम पीटने लगे... अन्य कार्यकर्ता बीच-बचाव करने आए तो उन्हें भी मारा गया....!
Mohan Bhagwat ‘देश में जनसंख्या नीति एक जैसी रहे...! - सरसंघचालक प. पू. मोहन भागवत जी. विषय अत्यंत स्पष्ट हैं. इसमें किंचित भी वैचारिक, बौ
Kanhaiya Kumar ‘विन – विन सिचुएशन..!’ सच पूछा जाय तो मैं ज़रा चिंतित था. इस तनाव भरे जिन्दगी में मनोरंजन के क्षण, अब आगे उसी ताकत के साथ निर्माण होंगे या नहीं, यही चिंता का विषय था.